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इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का

इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का उल्लंघन ना होता. और गलती से हो भी जाता है तो अपनी गलती को मान कर माफी मांगी जाती. और आपसी उलझने मध्यम मार्ग निकालकर सुलझायी जाती. समाज के सामने दोगली बात करने की अवश्यकता ना पडती. दीखावे की आदत बहुत खराब होती है. इन्सान होता कुछ है और दिखाता कुछ है ❗
भरोसा करनेवाले इसमें पिसे जाते है.  
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इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का उल्लंघन ना होता.  गलती से हो भी जाता है तो अपनी गलती को मान कर माफी मांगी जाती.  आपसी उलझने मध्यम मार्ग निकालकर सुलझायी जाती. समाज के सामने दोगली बात करने की अवश्यकता ना पडती. इसकी क्या गॅरंटी की फीर निजी जिंदगी में वही सब दोहराया ना जायेगा. दिखावे की आदत बहुत खराब होती है. अगर इस तरहा इन्सान होता कुछ है और दिखाता कुछ है ❗
तो दुसरों का भरोसा खो देता है और भरोसा करनेवाले ही उसमें पिस जाते है. 
       रश्मि 'रतीबा' 


आइए लिखते हैं #ख़यालोंकीउथलपुथल
इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का उल्लंघन ना होता. और गलती से हो भी जाता है तो अपनी गलती को मान कर माफी मांगी जाती. और आपसी उलझने मध्यम मार्ग निकालकर सुलझायी जाती. समाज के सामने दोगली बात करने की अवश्यकता ना पडती. दीखावे की आदत बहुत खराब होती है. इन्सान होता कुछ है और दिखाता कुछ है ❗
भरोसा करनेवाले इसमें पिसे जाते है.  
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इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का उल्लंघन ना होता.  गलती से हो भी जाता है तो अपनी गलती को मान कर माफी मांगी जाती.  आपसी उलझने मध्यम मार्ग निकालकर सुलझायी जाती. समाज के सामने दोगली बात करने की अवश्यकता ना पडती. इसकी क्या गॅरंटी की फीर निजी जिंदगी में वही सब दोहराया ना जायेगा. दिखावे की आदत बहुत खराब होती है. अगर इस तरहा इन्सान होता कुछ है और दिखाता कुछ है ❗
तो दुसरों का भरोसा खो देता है और भरोसा करनेवाले ही उसमें पिस जाते है. 
       रश्मि 'रतीबा' 


आइए लिखते हैं #ख़यालोंकीउथलपुथल
rashmihule2974

Rashmi Hule

New Creator

_____________________________________________ इससे तो अच्छा ये होता की निजी जिंदगी में शब्दों का उल्लंघन ना होता. गलती से हो भी जाता है तो अपनी गलती को मान कर माफी मांगी जाती. आपसी उलझने मध्यम मार्ग निकालकर सुलझायी जाती. समाज के सामने दोगली बात करने की अवश्यकता ना पडती. इसकी क्या गॅरंटी की फीर निजी जिंदगी में वही सब दोहराया ना जायेगा. दिखावे की आदत बहुत खराब होती है. अगर इस तरहा इन्सान होता कुछ है और दिखाता कुछ है ❗ तो दुसरों का भरोसा खो देता है और भरोसा करनेवाले ही उसमें पिस जाते है. रश्मि 'रतीबा' आइए लिखते हैं #ख़यालोंकीउथलपुथल #yqdidi #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #KKसवालजवाब #KKसवालजवाब60