कुछ हल्की नॉक-झोंक,कुछ प्यारी सी बातें, कुछ टूटे दिल,कुछ जागे अरमान,कुछ प्यारी राते। दिसंबर आते आते क्या से क्या हो गया, मिला तो कुछ नही जो था वो भी खो गया। जो आया है उसे जाना होगा ये दस्तूर है, पर तुझे भुलाने में दिल मजबूर है। अलविदा दिसंबर तुम अब जाकर एक साल बाद आओगे, कुछ यादे,कुछ बातें, कुछ मुलाकाते ही याद दिलाओगे। तुम्हारा तो जाना मजबूरी है,कुछ लोग खुशी से चले जाते है, तुम शायद कम याद आओ,लेकिन वो बहुत याद आते है। KK. Ajay #अलविदा_दिसंबर #December #nojotohindi #kk_ajay #shayri #हिंदी #शायरी