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थोड़ा सोचो आपके अंदर भाव जगाता कौन आपसे ये कविताएं

थोड़ा सोचो आपके अंदर भाव जगाता कौन
आपसे ये कविताएं आख़िर लिखवाता कौन
वो कौन है जो चुपके से तसल्ली दे जाता है
कुछ याद आने पर मंद मंद मुस्कुराता कौन
थोडा सोचो आपके.......
मां को बच्चों के भूख का पता कैसे चलता
उसके दिल में स्नेह बनकर छटपटाता कौन
ये आत्म मंथन और चिंतन करने वाली बात है 
ध्यान करने पे संकेतों में अनुमान लगाता कौन
थोडा सोचो आपके........
भगवान किसी मंदिर में कभी बैठते हैं क्या
जीवन में अच्छे बुरे का आभास कराता कौन
बिना आध्यात्मिक बल के कल्याण संभव नहीं
इस दुनियां को "सूर्य" सोचो कि चलाता कौन
थोड़ा सोचो आपके.......

©R K Mishra " सूर्य "
  #आत्ममंथन  Rama Goswami poonam atrey Puja Udeshi Babli Gurjar Ashutosh Mishra