क्यों पीट रहा सर उस चौखट पर जिसे समय की सीमा लाँघ गयी रुकना है रुक पर याद रहे ठहरेगा कोई साथ नही जिस राह निकल कर गया समय वो राह कहाँ दोहराता है जो आज है वो कल क्या होगा ये वही समय बतलाता है... जो भी है चलता जाता है... 👇❤ #poem #kavisandeepdwivedi #alonesoul