सजल ~~~~ जिंदगी धारा है धारा सी बहने दो। लांघो ना सीमा किनारे तुम रहने दो।। रस्ते में धूप छाँव का अपना मजा है। कुछ कष्ट तुम सहो कुछ और को सहने दो।। बंदिशें थोपी हुई बोझ हो जाती हैं। लहरों की गति को भी कुछ बात कहने दो।। चाहतें सब मृगतृष्णा हो तड़पाती हैं। साँसो को अब मत उलझनों में ढहने दो।। कहानी बन जाए कारनामें तुम्हारे। बातें सीख की पद चिन्हों को कहने दो।। #कोराकाग़ज़ #सजल #rzलेखकसमूह #restzone #glal #yqdidi #life #जिंदगी