जहाँ इंसानियत शर्मसार हो रही है हैवानियत की भीड़ उमड़ रही है और हम हम क्या कर रहे हैं हम आज भी अखवार और समाचार में लिपटे खून को पढ़ रहे सुन रहे और हाँ सबसे जरूरी अपने स्टेटस लगाए जा रहे हैं और शौक से बोले जा रहे हैं फांसी पर लटकाओ ऐसे इंसानों को!!! आश्चर्य होता है ये सुनकर जब इंसान या मनुष्य की संज्ञा दे दी जाती है उन्हें... मेरा सवाल है आप सभी से क्या वो वाक़ई एक मां की कॉख से जन्मे मनुष्य हैं या फ़िर कुछ औ ?? ख्याल और कटाक्ष कुछ भी कह लो बस कुछ जो समझ आया लिख दिया #ख्याल #पीड़ा #वेदना #कविता