Nojoto: Largest Storytelling Platform

कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है इसके शब्दों की धार ब

कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है
इसके शब्दों की धार बहुत पैनी 
कहाँ लेखनी है वो जो शिक्षा बनती है
नन्हें हाथों से उनका भविष्य लिखती है
कहाँ लेखनी है वो जो प्रेम बुनती है
प्रेम को प्रेम में रख जिन्दा करती है
कहाँ लेखनी है वो व्यवस्थायें गढती है
शासन अनुशासन तय कर एक करती है
लेखनी सबके पास है काम इसके हजार है
ये लेखनी है जो देश को साक्षर करती है
          पारुल शर्मा कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है
इसके शब्दों की धार बहुत पैनी 
कहाँ लेखनी है वो जो शिक्षा बनती है
नन्हें हाथों से उनका भविष्य लिखती है
कहाँ लेखनी है वो जो प्रेम बुनती है
प्रेम को प्रेम में रख जिन्दा करती है
कहाँ लेखनी है वो व्यवस्थायें गढती है
शासन अनुशासन तय कर एक करती है
कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है
इसके शब्दों की धार बहुत पैनी 
कहाँ लेखनी है वो जो शिक्षा बनती है
नन्हें हाथों से उनका भविष्य लिखती है
कहाँ लेखनी है वो जो प्रेम बुनती है
प्रेम को प्रेम में रख जिन्दा करती है
कहाँ लेखनी है वो व्यवस्थायें गढती है
शासन अनुशासन तय कर एक करती है
लेखनी सबके पास है काम इसके हजार है
ये लेखनी है जो देश को साक्षर करती है
          पारुल शर्मा कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है
इसके शब्दों की धार बहुत पैनी 
कहाँ लेखनी है वो जो शिक्षा बनती है
नन्हें हाथों से उनका भविष्य लिखती है
कहाँ लेखनी है वो जो प्रेम बुनती है
प्रेम को प्रेम में रख जिन्दा करती है
कहाँ लेखनी है वो व्यवस्थायें गढती है
शासन अनुशासन तय कर एक करती है
parulsharma3727

Parul Sharma

New Creator

कहाँ लेखनी है वो औजार बनती है इसके शब्दों की धार बहुत पैनी कहाँ लेखनी है वो जो शिक्षा बनती है नन्हें हाथों से उनका भविष्य लिखती है कहाँ लेखनी है वो जो प्रेम बुनती है प्रेम को प्रेम में रख जिन्दा करती है कहाँ लेखनी है वो व्यवस्थायें गढती है शासन अनुशासन तय कर एक करती है #nojotohindi #nojotoquotes #kalakash #TST #Emotionalhindiquotestatic #NojotoTopicalHindiQuoteStatic