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वो जो “खामोश” से हो जाती थी, तो मेरा दिल “वहम” में

वो जो “खामोश” से हो जाती थी,
तो मेरा दिल “वहम” में विचलित होने लगता था,

कहीं वो “ख़फ़ा” तो नहीं है..??
सोच सोच मैं भी “उदास” हो जाता था…

वो बकर बकर “बोलते” अच्छी लगती थी,
मुझे उससे “लड़ते” रहना अच्छा लगता था,

उसकी “शरारत” उसका “गुस्से” से डांटना मुझे रोचक लगता था,
वो जब“हँसती” मुझे खूबसूरत "फूल" लगती थी,

 उसका "रूठना" मेरा "मनाना" अच्छा लगता था 
उसके "करीब" साथ रहना मेरे दिल का "सकून" था, 

सुनो अगर तुम मुझे "सुन" सको … 
मेरी बस इतनी "ख्वाईश" तुम “चुप” से ना रहा करना .......







#निशीथ

©Nisheeth pandey
  #UskeSaath 
वो जो “खामोश” से हो जाती थी,
तो मेरा दिल “वहम” में विचलित होने लगता था,

कहीं वो “ख़फ़ा” तो नहीं है..??
सोच सोच मैं भी “उदास” हो जाता था…??

वो बकर बकर “बोलते” अच्छी लगती थी,

#UskeSaath वो जो “खामोश” से हो जाती थी, तो मेरा दिल “वहम” में विचलित होने लगता था, कहीं वो “ख़फ़ा” तो नहीं है..?? सोच सोच मैं भी “उदास” हो जाता था…?? वो बकर बकर “बोलते” अच्छी लगती थी, #lovequotes #Remember #कविता #safar #Ambitions #Likho #Streaks #निशीथ #titliyan #merasheher #ManKeUjaale

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