देख लेना मुड़ के बस इक नज़र देख लेना, वक्त है अभी ये रहगुज़र देख लेना, चल रहे हैं इश्क़ में आँखें मूंदे हम, हैं तेरे भरोसे हमसफ़र देख लेना। इन बातों में तेरी फ़िकर देख लेना, तेरे इश्क़ का हमपे असर देख लेना, भूल चुके हैं ख़ुद के ख़्याल को हम, तुझसे ना मलाल, बेख़बर देख लेना। टूट के चाहने का हुनर देख लेना, गर रह गई जो कोई कसर देख लेना, यूं तो है दावा के सब खो चुके हम, ना हो यकीं, मसलके जिगर देख लेना। - आशीष कंचन #देखलेना #collab #yqdidi #yqshayari #yourquote #yqpoetry #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi