कोई काबिल या नाकाबिल आदमी दबकर नही रहना चाहता,हर काबिल मां नारी को दबकर मजबूरी का जीवन जीने को मजबूर करते हमारे घर।
केवल electronic device चलाने को आधुनिक युग या मॉर्डन जमाना नही कहा जाएगा। जब तक घर की नारी का जीवन आसान जीने लायक नही लगेगा तब तक कुछ सही नही होगा रिश्तों में।
अगर जमाना बदला है तो हमें अपने घरों के वातावरण में भी बदलाव लाना होगा, हमारे अपने हमसे अपने मन की बात कह सके हम खुद उनसे कह सके फिर क्यों कोई तनाव में रहेगा।
बाहर लोगो के सामने नहीं अपने घर की नारी के सामने सभ्य बनो उन्हें Mam कहो, उन्हें ज्यादा जरूरत है सम्मान की वे है तो हमारे घर हमारी नौकरी हमारी कमाई है।😊
हर मां बहन बेटी पत्नी हर नारी को कहो और अहसास दिलाओ की तुम घर के काम ही मत करों,हमारे फरमान ही पूरे मत करो ,अपने लिए जियो,अपना शरीर देखो, उसे सजाओ सवारो, खुश रहो,अपने आपको पैरो पर खड़ा करो, आत्म विश्वास पैदा करो अगर हम आदमी तुम्हारे साथ नही होगें तो तुम अपना जीवन या तुम्हारे सहारे होगा उसे कैसे संभालोगी,खूब सीखो खूब जियो।
हमारे काम थोड़े हम कर लेंगे थोड़े तुम करना,
ये जमाना बदल गया है इसका परिचय यही होगा।✌️ #Shayari#घरेलूहिंसा#3M#MissionMaanyMaang#मिशनमान्यमांग