23 मार्च बलिदान दिवस को, यारों भूल न जाना तुम। राजगुरु सुखदेव भगत को हृदय से नहीं मिटाना तुम। स्वतंत्रता के लिए उन्होंने, खुद किया न्यौछावर है। सम्पूर्ण विश्व को बतला दो, अब भी उनमें पावर है। बड़ी वीरता के साथ, ब्रिटिश की निंव हिलाईं थी। खुद सूली पर झूल गए पर, स्वतंत्रता हमें दिलाईं थी। उम्र नहीं थी अधिक अभी बस, तेईस चौबीस साल के थे। भारत माँ के बेटे तीनों, बहुत ही कमाल के थे। राजगुरू सुखदेव भगतसिंह, अलबेले मस्ताने थे। भारत माँ की स्वतंत्रता के, सच्चे वो दिवाने थे। भारत माँ भी माँ है उनकी, कभी नहीं वो भूलें थे। फंदा चूम के फासी पर, तीनों हंस कर झूले थे। भारत माँ के लिए जो बेटे, अंग्रेजों के साथ लड़े। नमन् मेरा उन वीरों को जो, सूली पर भी साथ चढ़े। अजय कुमार द्विवेदी ''अजय'' ©Ajay Kumar Dwivedi #ajaykumardwivedi''ajay'' #Shaheedi_diwas