मीलों का सफर और तुम मुझसे दूर ठहरे,
तुझे याद करती सुबहो शाम,
विरहा के अश्रु बहते,
शब्दों में बयां कैसे करूँ,
मेरे दिल के तार बस तुझसे ही जुड़ते,
जैसे जैसे चाँद का आकार बढ़ता,
ये प्यार मेरा परवान चढ़ता,
बेइंतहा प्यार है तुझसे, #husband#कविता#nojotohindi#missing_someone#इंतिजार#dil_ko_aaram_de_दे