रावण दहन का दिन {The Real Story Of My Life} तु क्युं रावण दहन का दिन याद रखता है, यह किया किसिने मुझे सवाल था। कहा मैने भी है उसी इंसान को, वह मेरा काला दिन था।। ईसी व्हॉट्सॲप की दुनिया में, बनाया किसिने एक ग्रुप था। नाम भी उसका बडा प्यारा, रखा किसी ने एक था।। हसी-मजाक, मिठी-मिठी बाते, चल अच्छा ही रहा था। किया नयी लडकी को Add एक दिन, चलाया उसिने मेरी दीदी के बदनामी का दौर था।। मेरे दीदी की रोकणे बदनामी, बोला उस नयी लडकी के खिलाफ था। किया मुझे ही Remove एक लडके ने, जो मेरे ही दीदी का अच्छा दोस्त था।। बताने यह सारी बात, गया मैं अपने दीदी के पास था। लगाकर मुझपर ही बदनामी का इल्जाम, किया मेरी दिदी ने ही मुझे ब्लॉक था।। मैं अपने दीदी के लिये, लढा उस ग्रुप के हरएक के साथ था। उस ग्रुप के लिये, मैं एक बदनाम लडका था।। ना हारा मैं उस नयी लडकी से, ओर ना ही हारा दीदी के उस दोस्त से था। मैं हारा तो अपणी ही दीदी से, वही तो रावण दहन का दिन था।। ✍️आशु छाया प्रमोद ©Ashu C P #first_post #Shayari #Real #story #ravan #sister #Block