Nojoto: Largest Storytelling Platform

अंधेरे मुझे क्यों डराने लगे हैं 2 उजाले भी क्यों द

अंधेरे मुझे क्यों डराने लगे हैं 2
उजाले भी क्यों दूर जाने लगे हैं। 2

खता क्या हुई ये समझ मैं न पाया,2
सभी रूठे रूठे क्यूं लग रहे हैं। 2

कभी चाहनेवाले जो थे हमारे, 2
वही अजनबी आज लगने लगे हैं। 2

खता गर बताते तो हम जान जाते, 2
बताए बिना छोड़ जाने लगे हैं। 2

लिखना बहुत था मगर क्या लिखूं मैं,2
 हुई आंखे नम दिल सिसकने लगे हैं।2
मिलेंगे खुदा तो मैं पूछूंगा उनसे ,2
हमें आप भी क्यूं सताने लगे हैं। 2

©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
  # अंधेरे मुझे क्यों डराने लगे हैं

# अंधेरे मुझे क्यों डराने लगे हैं #शायरी

489 Views