#5LinePoetry कुदरत के खिलाफ "गुनाह" तो हुए है हम सभी से, वरना "गंगाजल" के बजाय "अल्कोहल" से हाथ धोने न पडते.. कोई तो "जुर्म" था जिसमें हम सभी शामिल थे, तभी तो "हर" शख्स "मुह छिपाए" घूम रहा है। ©OMG INDIA WORLD कुदरत के खिलाफ "गुनाह" तो हुए है हम सभी से, वरना "गंगाजल" के बजाय "अल्कोहल" से हाथ धोने न पडते.. कोई तो "जुर्म" था जिसमें हम सभी शामिल थे, तभी तो "हर" शख्स "मुह छिपाए" घूम रहा है।