राम जी आओ राम जी आओ अब तो अवध में मंगल वेला आई है। भारत भू के घर घर में अब बजने लगी बधाई है। दीर्घप्रतीक्षित अति दुर्लभ जो आज घड़ी वह आई है। हो जाये फिर आज दिवाली दीपक माल सजाई है।। पुष्पमाल संग घर आंगन में बन्दनवार सजाई है। मन मन्दिर में छवि तुम्हारी संग जानकी माई है। देख के आज समय यह दुर्लभ शांति हृदय में आई है। राम पे है सर्वस्व समर्पित यह सौगंध उठाई है।। #राम #राममंदिर #ram #poetry #poem #poemtime #writer राम जी आओ अब तो अवध में मंगल वेला आई है। भारत भू के घर घर में अब बजने लगी बधाई है। दीर्घप्रतीक्षित अति दुर्लभ जो