उसके कंगन पुकार रहे है रब, मुझे एक बार उसका दीदार करा दे। मेरी साँसे उससे ही चलती है रब, मुझे मेरी जान से मिला दे। ये आवाज़ सिर्फ कंगन का नहीं है रब, उसकी धड़कन मेरा नाम पुकारे। ये दूरियाँ अच्छी नहीं लग रही है रब, नजदीकियों का कोई मंज़र बना दे। मैं उसे देखता ही रह जाऊंँ रब, और उसे तु मुझ में समा दे। उसके कंगन और शोर करने लगे रब, इससे पहले मुझे उसका तु बना दे। अब और कितनी परख होगी प्यार की? साँस रुकने से पहले नतीज़ा बता दे। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1039 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।