बेशक गलतियों की शिकायत होनी चाहिए। पूर्व में मगर एक हिदायत होनी चाहिए। इंसानी रिश्ते बंधे रहें एहसासों से, लोगों में इतनी तो रियायत होनी चाहिए। अरुण शुक्ल "अर्जुन" प्रयागराज स्वप्नील न. सरडे