#टूटे ख्वा़ब अकेला सा हो गया हूं , तेरे जाने के बाद । क्या कहूं , किससे जाहिर करुं , ये दुःख , ये दर्द , ये तकलीफ , तेरे जाने के बाद । फूलों-सी गोद , ममता का साया , वो करुणा की मूरत , सब साथ-ही चला गया , तेरा इसकदर जाने के बाद । अब न जन्नत की चाहत , न तोहफे़ का लालच , सब कुछ भूल गया हूं , तेरे सीने से लगने के बाद । गहरे जख़्म का दर्द , दुःख का दरिया , आंसुओं का समंदर , सब कुछ ठहर गया , तेरा यूं ही बिछड़ जाने के बाद । वो करुणा की सागर , वो दामन का प्यार , सब कुछ जल गया , उस जलती आग में , तेरा हमेशा के लिए सो जाने के बाद । क्या कहूं ? कुछ समझ नहीं आता , अब तो मेरी कलम भी रो पड़ी , तेरी ये कविता लिखने के बाद । ऐ मांं..! आज तो इन आंखों के , खूनी-आंसुओ को भी न रोंक पाया , दीवार पर लटकी , तेरी तस्वीर को देखने के बाद । ©Mayank Kumar ‘Aftaab' #टूटे ख्वा़ब अकेला सा हो गया हूं , तेरे जाने के बाद । क्या कहूं , किससे जाहिर करुं , ये दुःख , ये दर्द , ये तकलीफ , तेरे जाने के बाद ।