तुझे एहसास दर्द का है ये तु जनता है पर मुझे क्यु ये मौत सा लागे हम तो रो घुट घुट के जीते है यहाँ और तुझे ये सब मजाक सा लागे. जिंदगी समशान कही कही कबरिस्तान हो गयी रूह की तलाश मे भटकती सासे मौत की गुलाम हो गयी. के बड़ा अनोखा किरदार था मेरी जिंदगी मै उसका , उसके बहुत से राज थे आधा ही पड़ा था मैंने उसे ना जाने उसके बाकी क्या किरदार थे.. ©Mohit Bisht एहसास ऐ दर्द #HeartBook #poem #Poet #poemkiduniya #nojato #viral #Trending #sayari #Shaayari #write Anurag saŇGAм À m Á n