( 1 ) बड़े लक्ष्य की राह में बाधाएं भी बड़ी आती है तुम्हें मंजिल से पहले रूकना नहीं है बाधाओं के आगे झुकना नहीं है तुम्हें दूर तक चलना है मंजिल प्राप्ति की दौड़ में बहुत मचलना है मिले साथ या मिले तनहाई तुम्हें करनी है कईयों की अगुवाई मंजिल है बहुत दूर अभी तुम्हें और चलना है संघर्ष की भट्टी में अभी तुम्हें और तपना है सफल तो तुम अब भी हो दिल में मंजिल प्राप्ति का जज्बा है तब भी हो मंजिल तो तुम्हें मिलनी ही है आज नहीं तो कल मिलनी है तुम्हें तो मंजिल से पहले रूकना नहीं है बस इतनी सी बात समझनी है ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #charan7 #depawat #AWritersStory