कलम उठाई है आज,पर कुछ लिख ना पाए
अजीब सी कश्मकश है,मुझे कुछ ना भाये
प्यार लिखूं या दोस्ती लिखूं,प्यार लिखूं या दोस्ती लिखूं
ये कैसी उलझन है,जो मुझे सताए
खूब सोचा क्या लिखूं,पर
जो सोच के लिखे वो लिखारी नहीं होता
चलो दोस्ती लिखते है, मोहब्बत बुरी बला है #Love#Trending#for#poem#Dosti#ishq#follow#mohabbat#My_voice#yedosti#ਕਵਿਤਾ