होंठ और तिल यह तिल ही है तो है जो जालिम बना बैठा है हमारे दरमियान उनके लबो पर जाती है जब भी मेरे ख्वाहिशो की नजर.... कमबख्त पहचान जाता है यह तिल मेरी नजर की नजर कुँवर सुरेन्द्र यह तिल ही है तो है जो जालिम बना बैठा है हमारे दरमियान उनके लबो पर जाती है जब भी मेरे ख्वाहिशो की नजर.... कमबख्त पहचान जाता है यह तिल मेरी नजर की नजर कुँवर सुरेन्द्र #नज़र#nojotohindi#shayri#jaalim