#शीर्षक सुनहरे भविष्य की कामना परिश्रम करने से कभी मैं हिचकिचाता नहीं। कितने ही तूफां आएं कभी मैं घबराता नहीं। तुम्हारी खातिर असंख्य बाधाओं से मैं लड़ जाऊंगा। तुम्हारी खुशी के लिए दिन रात एक कर जाऊंगा। हो सुनहरा भविष्य ऐसा सपना मैं सजाऊंगा। जिस को पूरा करने में चौगुनी मेहनत भी लगाऊंगा। है तू मेरा लाडला मेरे हृदय की जान है। हां मुझे,सदा मुझे हृदय से तुम पर मान है। जिंदगी में नेक रहना ईमान ऊंचा रखना तुम। ज्ञान अर्जन कर जग में नाम रोशन करना तुम। अच्छी शिक्षा पाकर सही दिशा की ओर बढ़ना तुम। ख़ुद का भला करते देश की प्रगति के लिए उतरना तुम। बन बड़ा होकर करेगा असहायों की सेवा तू जब। देख तुझको फूलेगा सीना मेरा खुशी से तब। हां मैं कामना करता हूं तुम्हारे सुनहरे भविष्य की। आगे बढ़े ना कभी रुके तू जो चाहे मिले तुझे सभी। स्वरचित/ मौलिक ज्योति महाजन गाज़ियाबाद, यूपी ©Jyoti Mahajan सुनहरे भविष्य की कामना #Sunrise