ना ग़मज़दा ये सफ़र होता,
ना मिरे दिल में तेरा घर होता,
ना बिखरे मिरे अल्फ़ाज़ होते,
ना दिल में तेरे कुछ राज़ होते,
ना मिलती औ' ना गुम होती ,
ना ये मैं होता ना वो तुम होती ।
ना चेहरा चांद ना ज़ुल्फ़ें अब्र होती, #yqbaba#इश्क़#yqdidi#yqhindi#yopowrimo#yqpoetry