*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“20/7/2021”*🌫️ 🌥️*“मंगलवार”*⛅ कहते है कि इस “संसार” में हर “रोग” का “उपाय” है,यदि आप अपने “शरीर से प्रेम” करते है तो “व्यायाम” किजिए, यदि आप “स्वास्थ से प्रेम” करते है तो “प्रणायाम” किजिए, यदि आप अपनी “आत्मा से प्रेम” करते है तो “ध्यान” किजिए, किंतु यदि आप अपने “जीवन” से,“परमात्मा से प्रेम” करते है तो सबसे “प्रेम” करते रहिए,ये “अत्यंत महत्वपूर्ण” और “आवश्यक” है, इस “प्रेम” से अच्छी न कोई “औषधि” है न कोई “आसन्न”, इससे अच्छा न कोई “व्यायाम” है न कोई “प्रणायाम”, ये “प्रेम” बड़ी से बड़ी “समस्या का हल” निकाल सकता है,ये “प्रेम” बड़े से बड़े “संकट” को आपसे दूर कर सकता है, ये “प्रेम” आपको “जीवन” जीना सीखाता है, क्योंकि ये “प्रेम” ही “जीवन का वास्तविक सार” है, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“20/7/2021”*🌫️ 🌥️ *“मंगलवार”*⛅ #“संसार” #“रोग”