कभी यूँ भी हो साथ मेरे, मैं सोचूँ, मुझे सुन लो तुम ! बन जाओ मोहब्बत मेरी, मैं चाहूँ, मुझे चुन लो तुम !! कभी यूँ भी हो साथ मेंरे, तुम्हैं, मैं मांगूँ, मुझे तुम !! हो जाये दुआ क़ुबूल हमारी, साथ मिलकर जो मांगे हम !! कभी यूँ भी हो जाये साथ मेरे, तुम रो, मैं रोदूँ, मैं रोऊँ तो तुम, बन जाएं एक-दूजे की धड़कन, तुझमें में धड़कूँ मैं, मुझमें तुम !! #हनीफ़_शिकोहाबादी #काश ये सब हो...👍👍 कभी यूँ भी हो साथ मेरे, मैं सोचूँ, मुझे सुन लो तुम ! बन जाओ मोहब्बत मेरी, मैं चाहूँ, मुझे चुन लो तुम !! कभी यूँ भी हो साथ मेंरे,