जिसे रास आती है मेरे वतन की मिट्टी, उसका एक नायाब हमें आता है चिट्ठी। जो दूर हो वो खिंचा चला आता है यहाँ, ऐसी खुशबू देती है मेरे वतन की मिट्टी। #रास #वतन #मिट्टी #नायाब #चिट्ठी #खुशबू #मिट्टी #nojotoshayri #nojotopoetry #nojotothought #nojotowriter #jitenrawat