पुरानी बिखरी यादें घर की उस पुरानी लकड़ी की अलमारी के निचले छोटे दराज में कुछ बिखरी यादें थी दम नहीं तोड़ा था उन यादों ने अब तक सांसों के सिलसिले अब तक उनमें कायम थे छू लिया जब मैंने उन पुरानी बिखरी यादों को उन कागजों को, उन तस्वीरों को एक पुरानी कॉपी,खाली इत्र की शीशी को मेरे दम तोड़ते बचपन में फिर जान फूंक गई पुरानी बिखरी यादें - गौतम की कलम से #यादें#लमहे#पल#बचपन#नोजोतो#खयाल#स्मृतियां#पुरानीयादें#कलम#खयाल#हाल#जज्बात