सभी कहते फिर रहे है मै अपनी अना का मारा हूं, लोग मेरे आंखों की नमी नहीं देखते। मै रहता हूं अपनी ही अना में तो क्या हुआ, खुशबू ले कर मै फूल तो नहीं कुचलता।। #अना Rishi_raj