तुम पे लिखूं वो नजीर मिलती जिस से लिखूं व कलम नहीं मिलती चन्द अल्फ़ाज़ से तुमको बया के दु ऐसी कोई हज़रत गजल नहीं मिलती। .... Dipika..... ©Dipika ... gjl