फिर मिलांगी (Read in Caption) फिर मिलांगी ओह फिर मिली सी मैनूं, नाल बेठ बहुतियाँ गल्ला बातां होइयाँ सन, एक-दूजे दे दिल दियां साँझीयाँ होइयाँ सन, ओहदियाँ निलियाँ नाशिलियाँ अखां विच, ओहि जादूँ सी जदों वेख्या ओहनूँ पहली वार सी, ओहि कशिश, ओही खुमार सी,