ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल हो जायेगा ।। उनकी बात न पूछो तुम हम दीवानो से । एक नज़र देखे जिसको घायल हो जायेगा ।। उनसे मिलने को जो इतना तड़प रहा है । मुझको लगता है वो पागल हो जायेगा ।। मत छेड तार इस दिल के आज अदाओ से । ये तेरी चाहत का क़ायल हो जायेगा ।। मुरझाती फसलों से क्या उम्मीद करेंगें । कौन यहाँ पे है जो बादल हो जायेगा ।। बात प्रखर की मानेगा जब तू जीवन में । सच कहता हूँ तू भी निश्छल हो जायेगा ।। ०९/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- तेरा मेरा यार मिलन कल हो जायेगा । फिर तो सुख जीवन में हर पल हो जायेगा ।। धक-धक करती धड़कन मुझसे क्या कहती है। तू उसके पैरों की पायल हो जायेगा ।।