Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात और ख्वाब का भी गजब साथ है नीद आते ही ख्वाबों क

रात और ख्वाब का भी गजब साथ है
नीद आते ही ख्वाबों का सिलसिला सुरु
ना जाने कहां खो जाता है इंसान नीद में
आंखिर इन ख्वाबों में ऐसा होता क्या है
क्या ख्वाब आते हैं आंखों की वजह से
या चांद तारों का इससे कोई मतलब है
वो कौन सी गलियां वो कौन सा शहर है
जहां कुछ घड़ी के लिए रुकते हैं ख्वाब भी

©Vickram
  ख्वाबों के शहर,,,
vickram4195

Vickram

Silver Star
New Creator

ख्वाबों के शहर,,, #शायरी

205 Views