कांग्रेस ने गाँधी जी का किया था दुरुपयोग। तब जाकर सत्ता मिली मिला राजसी भोग। जैसे नेहरू जी ने गाँधी जी का किया प्रयोग। उसी प्रकार से केजरीवाल ने अन्ना का उपयोग। राष्ट्र बचे या ना बचे बस सत्ता से मोह। सह नहीं सकता कोई कुर्सी से विछोह। धरने और प्रदर्शन करना करना खून खराबा। प्रतिदिन नया नया रचना आता है इनको स्यापा। राष्ट्र विरोधी भाषण देना जेएनयू का साथ। शाहीन बाग के धरने में भी इनका ही है हाथ। सैनिकों से साक्ष्य माँगना इनको बड़ा ही भाता है। देशद्रोहियों के पक्ष में खड़ा हो जाना आता है। अनगिनत है किस्से इनके अनगिनत कहानी है। भले देश ये भाड़ में जाएं सत्ता इनको पानी है। नींद से जागो देश वासियों देश का अपने भला करों। नेताओं की बुध्दि से ना बुध्दि से अपने चला करों। अब भी ना जागा भारत तो ये कब्रिस्तान बन जाएगा। हिन्दू होता जहाँ प्रताड़ित वो पाकिस्तान बन जाएगा। अजय कुमार व्दिवेदी #अजयकुमारव्दिवेदी हिन्दू होता जहाँ प्रताड़ित।