जरा सोचिए अगर कोई ऐसी जगह या फिर ऐसा मुल्क हो जहां सिर्फ शायरियों या गजलों के इस्तेमाल से बातें की जाती हो ।
तो जी आपका अंदाजा सही है मैं आज आपको ऐसी ही एक कहानी सुनाने जा रही हूं जो आपने पहले भी कई बार सुनी है लेकिन आज उसका कुछ अलग ही अंदाज और लुत्फ होगा।
एक बार की बात है एक गांव था शायरानापुर और वहां एक जंगल गालीबाबाद। एक बार एक खरगोश को दिल्लगी सूझी और उसने कछुए से कहा-
#alonesoul#longstory#ojaswisharma#shayaribegum