Nojoto: Largest Storytelling Platform

छोटी सी गलती नहीं थी तुम्हारी गलती बहुत बड़ी थी त

छोटी सी गलती नहीं थी तुम्हारी 
गलती बहुत बड़ी थी तुम्हारी
हारने जब मुझ से लगे थे 
तब मेरे चरित्र पर 
तुम उंगली उठाने लगे थे
कब तक मैं ख़ामोश रहती 
सारे रिश्ते तुमसे तोड़ आई मैं 
तुम्हारा साथ छोड़ आई मैं

©Prabhat Kumar
  #प्रभात