अंधेरों के डर से क्या चिराग़ जलाना छोड़ दें? हां, उधर लगी है आग, तो क्या उधर जाना छोड़ दें? मैंने देखा है इस गली में खमोशियां भी चीखती हैं, मगर शोर इतना भी नहीं कि गीत गाना छोड़ दें? -फ़क़त उमेश #चिराग़ #आग़ #ख़ामोशी #शोर #गीत