सदाचार ढ़ाल कर जीवन को अपने सदाचार के अमृत जल से खुद को पवित्र कर ले तू ऐ इंसान, ज्ञान और विद्या का कभी अंहकार मन मे अपने न लाना तू ऐ इंसान, वेद शास्त्रों का करके अपमान तू ये अनादर कभी न करना ऐ इंसान, करके बुराई किसी मज़हब या गुरू की ये पाप कभी न कमाना तू ऐ इंसान, बुरा न चाहना कभी किसी का न हिंसा का कभी तू हिस्सा बनना ये समझ ले तू इंसान, अपने शुद्ध विचारों पर अशुद्ध विचारों का ग्रहण तू लगने न देना ये ठान ले तू ऐ इंसान, बनावटीपन,दिखावेपन की हवा से खुद को दूर तू रखना हमेशा ऐ इंसान, दूसरों को आगे बढ़ता देखकर ईर्ष्या तू न करना ऐ इंसान, गाँठ बाँध ले तू ऐ इंसान कभी न भटके सदाचार के मार्ग से,इतना मार्गदर्शी खुद को तू कर लेना ऐ इंसान, दूसरी रचना👉कविता_सदाचार #सदाचार #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #KKPC26 #विशेषप्रतियोगिता #tarunasharma0004 #trendingquotes