Nojoto: Largest Storytelling Platform

कैसी अजीब सी कशीश है न जाने तुम में , न दिखे तो ये

कैसी अजीब सी कशीश है न जाने तुम में ,
न दिखे तो ये दिल बेचैन हो उठता है,
और न जाने आँखों में कहि खामोशी सा आलम दिखता है ,

हा तुम्हारी व्यस्तता तो मुझे पता है फिर भी न जाने कहाँ कहाँ तुम्हे नही ढूंढता ,
लेकिन किसी भी सोसिअल नेटवर्क पे तुम्हे नही पाता कुछ तो दिल है दुखता ,

लेकिन मैं क्यों भूल जाता हूँ 
अभी चार दिन पहले ही तो तुमसे मुलाकात हुई है ,,
आखिर किस अहसास भरे सपने में मेरी नींद खोई हैं ,

जो मैं सोचूँ तो न जाने ये समाज का आईना कैसे सामने आ जाता है ,
तुम्हे मजबूरन मुझे दूर जाने पर विवश कर जाता है ,,

दूर हूँ मैं उन रिश्तो से जो आजकल के इन युवाओं ने बनाये है ,
प्यार के वफाओं ने न जाने कितने गुल खिलाये है ,

मैं बस तुम्हारी खुशी की चाहत रखता हूँ ,
तुम्हारी वो डीम्पल वाली तस्वीर अपने पास रखता हूँ ,,
यू तो तुम पास नही आ सकते हो मेरे मुझे पता है ,
लेकिन क्या तुम्हारी याद भी मैं  अपने साथ नही रख सकता हूँ ,,

अच्छा है ये कुछ शब्दों से मैं , मेरे ये जज्बात कह लेता हूँ ,
दूर हूँ तुमसे लेकिन यादों मैं अपने पास कर लेता हूँ ,,

अरे राधे हो तुम मेरी कुछ ज्यादा नही कहूँगा मैं ,
दुनिया से जाने के बाद भी तुम्हारे नाम के साथ ही रहूँगा मैं ।।

©VIJAY_SHARMA
  #वो__पगली #nojatohindi #Hindi #gazal #poem #Poetry #story  Bh@Wn@ Sh@Rm@ Writer Aayna Official Anuradha Sharma Gurjeet gill