Nojoto: Largest Storytelling Platform

झूठी शान आजकल लोग रियल लाइफ को नही रील लाइफ को जी

झूठी शान 
आजकल लोग रियल लाइफ को नही रील लाइफ को जीना चाहते हैं,
यानी पर्दे पर जो दिखाया जाता है ,उसे ही असल जिंदगी मान बैठे हैं,
हक़ीक़त को स्वीकार करने में उन्हें बड़ी उलझन होती है ,इसीलिए दूसरों पर  अपनी झूठी शान का रौब दिखाने के लिए कुछ भी कर गुज़रते हैं ,दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराध शायद इसी का परिणाम हो ,
लोग दिखावे को ज़्यादा तवज़्ज़ो देने लगे हैं ,इसीलिए आधुनिक संसाधनों को अपनी शान का जरिया मानते हैं ,
जिसके चलते वो  अपने आय से अधिक ख़र्च कर बैठते हैं,
इसीलिए वो अपनी सीमित आय से असंतुष्ट रहते हैं ,और धन कमाने के अनैतिक उपायों को अपनाने से भी गुरेज नही करते ,
ये सब मध्यम वर्गीय परिवारों में अधिक देखने को मिलता है ,
यही कारण है कि सभ्य समाज का दिन प्रतिदिन पतन हो रहा है ।
मेरी तो यही ग़ुज़ारिश है कि झूठी शान को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा ना बनाये ,जितना है उसी में खुश रहें अनैतिकता को ना अपनाएं ।।
बाल बाल बिंध  जाता है क़र्ज़ में ,झूठी शान में मत रहिये,
नींव रखिये सभ्य समाज की, आडंबर को जीवन मत कहिये,

-पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #झूठीशान 
#पूनमकीकलमसे 
#विचारमंथन  Navash2411 Richa Mishra Kamlesh Kandpal वंदना .... Raj Guru  अदनासा- Rajesh Arora परिंदा Mili Saha AD Grk  Anshu writer बादल सिंह 'कलमगार' Noor Hindustanai Utkrisht Kalakaari "ARSH"ارشد  Dikesh Kanani (Vvipdikesh) Gyanendra Pandey SAUD ALAM Kirti Pandey ANIL KUMAR,)  खामोशी और दस्तक HINDI SAHITYA SAGAR भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Sethi Ji Sunita Pathania  प्रज्ञा Sana naaz. shashi kala mahto Aditya kumar prasad Deep  Aditya kumar prasad nishi_bhatnagarr GULSHAN KUMAR Neel Suresh Gulia  Mahi Ranjit Kumar मनोज मानव Sita Prasad Ashutosh Mishra  Saloni Khanna शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Lalit Saxena Payal Das Bhardwaj Only Budana