ज़िन्दगी में क्यूं आए हैं हम जहां गम के सिवाय कुछ नहीं मिलता ।। ज़िन्दगी चार दिन के हैं, मौत तेरे करीब ज़रा तूम भी याद रखना दोस्त, जिन्दगी में तूम भी आए हो ।। नसिबो का बादशाह हो तूम या लकीरों का सिकन्दर झुकाया हो सर जहां बड़े-बड़ो ने जहां तकदीरों में भी कुछ नहीं मिलता।। छवि कर्म कार ©chhavi karmkar छवि कर्मकार #Hopeless