Nojoto: Largest Storytelling Platform

# औरत को कितने साजों श्रृंगार के | English Motiva

औरत को कितने साजों श्रृंगार के सामानों की जरूरत होती है लेकिन वे अपनी इच्छाएं मारती है कम करती है ताकि आपकी जेब और कंधों का भार उसके त्याग से कुछ कम हो जाएं,
लेकिन तुम उसे ही कमज़ोर कम अक्ल, दुनियादारी की समझ नही है बताते हों
औरत के कई तरह के त्याग की वजह से तुम अपनी कमाई पर घमंड कर पाते हों

अपने ही घर की नारी को आदमी ने हक अधिकार सम्मान,खुलकर जीना, जागरूक होना सब से वंचित रखा, 
औरत को उतने ही हक उतना ही सम्मान चाहिए,आराम चाहिए जितना एक आम इंसान को।

जिस तरह तोड़ती है दुनियां समाज एक इंसान को हम भी तैयार है दुनिया की चोट खाने के लिए लेकिन आपने दुनियादारी भेदभाव दिखाया घर में हमें।
manyaparmar8573

Manya Parmar

Silver Star
New Creator

औरत को कितने साजों श्रृंगार के सामानों की जरूरत होती है लेकिन वे अपनी इच्छाएं मारती है कम करती है ताकि आपकी जेब और कंधों का भार उसके त्याग से कुछ कम हो जाएं, लेकिन तुम उसे ही कमज़ोर कम अक्ल, दुनियादारी की समझ नही है बताते हों औरत के कई तरह के त्याग की वजह से तुम अपनी कमाई पर घमंड कर पाते हों अपने ही घर की नारी को आदमी ने हक अधिकार सम्मान,खुलकर जीना, जागरूक होना सब से वंचित रखा, औरत को उतने ही हक उतना ही सम्मान चाहिए,आराम चाहिए जितना एक आम इंसान को। जिस तरह तोड़ती है दुनियां समाज एक इंसान को हम भी तैयार है दुनिया की चोट खाने के लिए लेकिन आपने दुनियादारी भेदभाव दिखाया घर में हमें। #Motivational #घरेलूहिंसा #MissionMaanyMaang

108 Views