Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज वही किताब हाथ लगी जिसके पन्नों के बीच छुपा रखा

आज वही किताब हाथ लगी
जिसके पन्नों के बीच छुपा रखा था तुम्हारे दिए उस गुलाब की पंखुड़ियों को
देखते देखते जाने क्यों आंख भर आई
अब तुम तो हो नही 
इन यादों से काम चला लेता हूं
जब याद आती है 
तो बैठ जाता हूं एक कप कॉफी
और कुछ पुरानी यादों को साथ लिए
कभी मुस्कुराता हूं कभी रो लिया करता हूं
गुजरे सारे पलों को एकबार फिर से 
जी लिया करता हूं

©Explorer
  #यादों #याद #मुस्कुराता #मुस्कान #अतीत