मेरी पहचान मेरे रंग-रुप से ना करना। मैं ना जानू रंग-रुप की परिभाषा । ये तो ईश्वर की देन हैं कुछ सोच कर ईश्वर ने हर व्यक्ति को रंग रुप दिया । मैं ना जानू रंग-रुप की परिभाषा। मेरी कला बने पहचान मेरी मेरी पहचान। ©अनकहीं रोशनी 15/07/2020 #मेरी #पहचान #कला #हिंदी_कविता #विचार #हिंदीnojoto #मेरी_कलम_से✍️ #रँग #लेखक