अश्लील है मेरा जीवन, और बाज़ारू है मेरा अस्तित्व । (क्रमशः) ---------------- अश्लील है मेरा जीवन, और बाज़ारू है मेरा अस्तित्व । हर रोज़ कुनबे के बरामदे से आवेश के चीथड़ों में लिपटा । मुस्कानों के धागों से सम्हाले