Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम हमेशा परवाह करने का नाटक कैसे खेल लेते हो, अपन

तुम हमेशा परवाह करने का नाटक कैसे खेल लेते हो,
अपनी आत्मा पर इतना बड़ा बोझ कैसे झेल लेते हो,
सुबह शाम के कलेशो से क्यों तुम थकते नहीं,
"मैं तुम्हें कुछ कहता नहीं" इतना बड़ा झूठ कैसे बोल लेते हो।

©Tanu
  #KhaamoshAwaaz #Aawaz #aawazforyou #paagalpan #परवाह_ए_मोहब्बत #थकान #तकलीफ