Nojoto: Largest Storytelling Platform

तू एक मासूम ही सही, पर तू मोतियों की एक लड़ी है,

तू एक मासूम  ही सही, पर तू मोतियों की  एक लड़ी है,
तू नारी  ही सही, पर तू नारायणी  बन के संग  खड़ी है।
तुझे  कोई भी  कुचल देता, जब तक  तू एक  अबला है,
कुछ भी नहीं है मुश्किल, जग में तेरी शख्सियत बड़ी है।
क्यों बांधकर जंजीरों को पैरों में, चहर दिवारी में पड़ी है,
देहरी के उस पार तो निकल, दुनिया स्वागत में खड़ी है। 🌝प्रतियोगिता-107🌝
 
✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️

🌹"देहरी के उस पार"🌹

🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या 
केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I
तू एक मासूम  ही सही, पर तू मोतियों की  एक लड़ी है,
तू नारी  ही सही, पर तू नारायणी  बन के संग  खड़ी है।
तुझे  कोई भी  कुचल देता, जब तक  तू एक  अबला है,
कुछ भी नहीं है मुश्किल, जग में तेरी शख्सियत बड़ी है।
क्यों बांधकर जंजीरों को पैरों में, चहर दिवारी में पड़ी है,
देहरी के उस पार तो निकल, दुनिया स्वागत में खड़ी है। 🌝प्रतियोगिता-107🌝
 
✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️

🌹"देहरी के उस पार"🌹

🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या 
केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I

🌝प्रतियोगिता-107🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"देहरी के उस पार"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqhindi #क़लम_ए_हयात #देहरीकेउसपार_Qeh