प्रेम, शांति,शक्ति का यह जोड़ ! जिंदगी बेजोड़, दया,करुणा,स्नेह का गठजोड़ ! जिंदगी बेजोड़, हर तरफ जय जय तुम्हारी हो रही, हर गली, हर शहर में है शोर! जिंदगी बेजोड़, एक ही प्रभु के सभी संतान हम, नींव हरगिज हो न यह कमजोर ! जिंदगी बेजोड़, लक्ष्य निर्धारित करो संकल्प लेकर, हौसला हो हृदय में पुरजोर ! जिंदगी बेजोड़, लोभ,लालच, कामना और क्रोध, रहो बचकर लगा पीछे चोर ! जिंदगी बेजोड़, कर्म पथ पर अडिग होकर के चलो, रात्रि के सन्निकट ही है भोर ! जिंदगी बेजोड़, बनालो निज चेतना को ढाल, उड़ चलो है बादलों से होड़ ! जिंदगी बेजोड़, सत्यनिष्ठा से परिश्रम करो 'गुंजन', सच कहूँ इसका न कोई तोड़ ! जिंदगी बेजोड़, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra #ज़िन्दगी बेजोड़#