इंतज़ार और मोहब्बत रजनी का सारा कालापन मनुहार मेरा यह बालापन अब हो आया है भोर प्रिये तुम कहां किधर किस ओर प्रिये अंतस वीणा को खींच खींच अब तक मैंने जो ली सांसें आती-जाती इन लहरों से कह दो संदेश सुना दें ये धुंधली बिखरी सी आश लिए मैं यहां इधर इस ओर प्रिये डा सुनील सत्याग्रही #nozoto #nozotonews #nozotohindi #hindi #shairi #hindisahitya #hindipoem #poem #poetry #allmembers #polite #love